भारतीय मुद्रा हमारी आर्थिक पहचान और राष्ट्र की समृद्धि का प्रतीक है। भारत के हर नागरिक के लिए यह गर्व की बात है कि हमारे नोटों पर हमारे देश की ऐतिहासिक और महान हस्तियों को सम्मान मिला है। आजकल सोशल मीडिया और खबरों में चर्चा थी कि भारतीय करेंसी नोट्स पर छपी महात्मा गांधी की फोटो हटाई जा सकती है, और उनकी जगह अन्य महान नेताओं की तस्वीर आएगी। इस मुद्दे को लेकर लोगों में काफी उत्सुकता और भ्रम की स्थिति बनी हुई थी।
हाल ही में कई खबरें सामने आईं कि रबींद्रनाथ टैगोर और डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की तस्वीरें जल्द भारतीय नोट पर दिखाई दे सकती हैं। इन चर्चाओं के बीच यह सवाल उठना स्वाभाविक था कि क्या वाकई गांधी जी की तस्वीर नोट से हटा दी जाएगी या नोट के स्वरूप में कोई बड़ा बदलाव आने वाला है। ऐसे में इन चर्चाओं पर विराम लगाने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और सरकार की ओर से स्पष्टीकरण दिया गया है।
Indian Currency Update 2025
भारतीय मुद्रा पर हमेशा से महापुरुषों की तस्वीरों को जगह देने की जिम्मेदारी देश की सबसे बड़ी वित्तीय संस्था, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के पास है। दरअसल, भारतीय नोटों पर पहली बार महात्मा गांधी की तस्वीर 1969 में उनके जन्मशताब्दी वर्ष पर जारी की गई थी। इसके बाद से उनकी छवि का लगातार इस्तेमाल किया गया, लेकिन 1996 में RBI ने एक नया कदम उठाते हुए “महात्मा गांधी सीरीज” के नाम से विशेष नोट लॉन्च किए, जिन पर साफ-साफ गांधी जी की तस्वीर दिखने लगी।
RBI ने हाल ही में बताया कि नोटों पर तस्वीर छापने को लेकर अनेक नामों पर विचार हुआ था — इनमें रबींद्रनाथ टैगोर, मदर टेरेसा और अन्य प्रभावशाली शख्सियतें भी शामिल थीं। कई बैठकों और मंथन के बाद सभी की सहमति महात्मा गांधी की छवि को रखने पर बनी। इसका एक बड़ा कारण यह था कि गांधी जी देश की स्वतंत्रता, एकता और शांति के प्रतीक माने जाते हैं।
साथ ही, किसी भी चर्चित हस्ती की तस्वीर असली और नकली नोट की पहचान भी आसान बना देती है, जिससे जालसाजी को रोकने में मदद मिलती है।
सोशल मीडिया और फैली अफवाह
पिछले कुछ समय से यह खबरें वायरल थीं कि नोटों पर गांधी जी की जगह अन्य महापुरुषों की तस्वीरें छापने की तैयारी है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया कि सिक्योरिटी प्रिंटिंग एंड मिंटिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने आईआईटी दिल्ली के एक प्रोफेसर को टैगोर, कलाम और गांधी तीनों की वॉटरमार्क तस्वीरों के दो सेट भेजे हैं, ताकि इनमें से किसी एक का चयन किया जाए।
इन अफवाहों के बाद RBI ने स्पष्टीकरण जारी कर दिया। RBI ने बयान में साफ कर दिया कि मौजूदा समय में भारतीय नोटों पर महात्मा गांधी की तस्वीर को लेकर कोई बदलाव या नई योजना लागू नहीं हो रही है।
RBI के अनुसार, उनके पास ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है कि नोटों पर गांधी जी की जगह किसी और की छवि छापी जाए या नोट का डिजाइन बदला जाए। इसके साथ ही RBI ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि कभी भी नोट के डिजाइन या छवि के संबंध में कोई बदलाव होगा, तो उसकी सार्वजनिक घोषणा उचित तरीके से की जाएगी।
इसलिए, मौजूदा समय में जो करेंसी नोट प्रचलन में हैं, वे पूरी तरह वैध और मान्य हैं।
नोटों के नए नियम और जारी की जा रही करेंसी
हाल ही में RBI ने केवल इतना बदलाव किया है कि नई सीरीज में जारी किए जा रहे नोटों पर नए गवर्नर संजय मल्होत्रा का सिग्नेचर देखने को मिलेगा। इसके अलावा नोट का रंग, डिज़ाइन, सुरक्षा विशेषताएं और गांधी जी का चित्र पहले की तरह ही होगा।
इस बात की पुष्टि की गई है कि किसी नए व्यक्ति की छवि लाने या पुराने नोट बंद करने जैसी कोई योजना नहीं बनाई गई है। RBI और सरकार के बीच करेंसी को लेकर किए जा रहे हर निर्णय की प्रक्रिया बहुत सोच-समझ कर और देशहित में होती है।
जब भी करेंसी नोट में कोई बदलाव किया जाता है, जैसे कि नया सिक्योरिटी फीचर जोड़ना, डिज़ाइन में बदलाव करना या साइज में कोई परिवर्तन करना — इन सभी का उद्देश्य सिर्फ और सिर्फ मुद्रा को अधिक सुरक्षित और जालसाजी से मुक्त बनाना होता है, न कि किसी की छवि को हटाना।
निष्कर्ष
नोटों पर महात्मा गांधी की तस्वीर हटाए जाने की खबरें पूरी तरह गलत और अफवाह साबित हुई हैं। RBI और सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि ऐसा कोई बदलाव न तो किया गया है और न ही इसे लेकर कोई योजना है। महात्मा गांधी की छवि भारतीय मुद्रा का अभिन्न हिस्सा बनी रहेगी। ऐसे में आम जनता को चाहिए कि वे किसी भी भ्रामक खबर पर विश्वास न करें और केवल आधिकारिक जानकारी पर भरोसा करें।